जनसंचार किसे कहते हैं?
आज के इस आधुनिक युग में हमारे पास एक दूसरे से बातें करने के लिए बहुत से साधन मौजूद हैं जिनकी सहायता से हम अपने घर बैठे दूर के रिश्तेदार एवं चित्र परिचित व्यक्तियों से बातचीत कर सकते हैं। जिसे हम संचार का नाम देते हैं अथवा संचार/संप्रेषण कहते हैं। सीधे शब्दों में कहा जाए तो दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच सार्थक वार्तालाप को संप्रेषण अथवा संचार कहते हैं।संचार शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के चर धातु से हुई है जिसका अर्थ होता है चलना। यदि संचार की प्रक्रिया एक बड़े स्तर पर होती है तो उसे जनसंचार कहा जाता है।
जनसंचार का अर्थ -:
जनसंचार को अंग्रेजी में Mass Communication कहते हैं। यह दो शब्दों से मिलकर बना है Mass + communication ; जिसमें Mass का अर्थ जन/जनसमुदाय/जनता/भीड़ से है और Communication का अर्थ संप्रेषण/संचार से होता है अर्थात जनसंचार का अर्थ है किसी जन-समुदाय को सूचनाओं का आदान प्रदान करना।
जनसंचार की परिभाषा -:
"किसी भी माध्यम से बड़े जनसमूह तक सूचनाओं का आदान-प्रदान ही जनसंचार
कहलाता है
और इस प्रकिया में प्रयुक्त किये जाने वाले साधनों को जनसंचार के माध्यम कहते
हैं।"
"किसी बहुत बड़ी जनसंख्या के साथ संपर्क स्थापित करना ही जनसंचार है।"
जनसंचार के माध्यम:
ऐसे साधन जिनकी सहायता से एक बड़ी जनसंख्या तक का सूचनाओं को पहुंचाया जाता
है अथवा प्रदान किया जाता है जनसंचार के माध्यम कहलाते हैं जैसे टीवी,
रेडियो, अखबार, मोबाइल, कंप्यूटर इत्यादि।
इन माध्यमों को जन संचार के
आधुनिक माध्यम भी कहते हैं। जन संचार के आधुनिक माध्यमों को तीन भागों में
वर्गीकृत किया गया है।
- प्रिंट मीडिया (मुद्रित माध्यम)
- इलेक्ट्रॉनिक मीडिया
- सोशल मीडिया
1. प्रिंट मीडिया (मुद्रित माध्यम):
जनसंचार के
ऐसे माध्यम जो लिखित रूप में जनता के समक्ष प्रस्तुत किए जाते हैं और
उनकी सहायता से जन संपर्क स्थापित किया जाता है मुद्रित माध्यम कहलाते हैं।
जैसे-अखबार पत्रिकाएं एवं पेम्पलेट इत्यादि।
समाचार पत्रों की
खबरों को दो भागों में विभक्त किया जाता है जिसमें से एक को हार्ड न्यूज़ कहा
जाता है जोकि प्रतिदिन की खबरें होती हैं अर्थात प्रतिदिन छपने वाली खबरें
हार्ड न्यूज़ कहलाती हैं। दूसरी सॉफ्ट न्यूज़ है जोकि विशेष प्रकार की खबरें
होती हैं और इनके मुद्रण का एक विशेष समय होता है जैसे यह साप्ताहिक हो सकती
हैं अथवा मासिक हो सकती हैं।
मुद्रण संबंधी कुछ विशिष्ट तथ्य:
- मुद्रण कला का सर्वप्रथम प्रयोग चीन देश ने किया था।
- विश्व की पहली प्रिंटिंग प्रेस जर्मनी के गुटेनबर्ग नामक व्यक्ति ने स्थापित की थी।
- विश्व के पहले दैनिक अखबार का प्रचलन इंग्लैंड में 1772 में प्रारंभ किया गया था जिसका नाम मोर्निंग पोस्ट था।
- भारत का पहला प्रिंटिंग प्रेस 1556 में गोवा में ईसाइयों द्वारा अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करने के लिए लगाया गया था।
- भारत का प्रथम समाचार पत्र 'बंगाल गजट' था जोकि 1780 में प्रकाशित हुआ और इसके संपादक जेम्स ऑगस्ट हिक्की थे।
- भारत का प्रथम साप्ताहिक पत्र उदन्त मार्तण्ड था जो कि 1826 में प्रकाशित हुआ जिसके संपादक पण्डित जुगलकिशोर शुक्ल थे।
-
भारत का पहला हिंदी दैनिक समाचार पत्र 'समाचार सुधावर्षण' था जो कि 1854
में प्रकाशित हुआ था और इसके संपादक श्याम सुंदर सैन थे|
2. इलेक्ट्रॉनिक मीडिया :
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अंतर्गत ऐसे माध्यम आते हैं जिनमें
ट्रांजिस्टर,रिसीवर अर्थात इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियों का उपयोग कर उनके द्वारा
जन संपर्क स्थापित किया जाता है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लाते हैं। जैसे
टीवी, रेडियो, सिनेमा, इत्यादि।
इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के कुछ विशिष्ट तथ्य:
- रेडियो का अविष्कार सब 1895 मैं ग मार्कोनी ने किया था|
- भारत में रेडियो सेवा की शुरुआत जुलाई 1923 में बॉम्बे प्रेसिडेंसी में की गई थी|
- भारत का प्रथम रेडियो स्टेशन 23 जुलाई 1927 में बोंबे रेडियो स्टेशन के नाम से प्रारंभ किया गया था तथा दूसरा 25 अगस्त 1927 में कोलकाता में बनाया गया था|
- आल इंडिया रेडियो (AIR) की शुरुआत 1930 में इंडियन स्टेट ब्राडकास्टिंग सर्विस (ISBS) के नाम से शुरू की गई थी बाद में सन 1936 में इसका नाम आल इंडिया रेडियो कर दिया था|
- सन 1957 में आल इंडिया रेडियो का नाम बदलकर आकाशवाणी कर दिया गया था तथा इस नाम का सुझाव डॉ सुमित्रानंदन पन्त जी ने दिया था|
- वर्तमान में आकाशवाणी द्वारा 24 भाषाओ एवं 146 बोलियों में प्रशारण किया जाता है|
- भारत में FM (frequency modulation) की शुरुवात 1993 में की गयी थी|
- गाँधी जी ने रेडियो को एक अद्भुत शक्ति कहा था|
- टेलीविज़न का अविष्कार J.L. बियर्ड ने 1927 में किया था|
- सर्वप्रथम ब्रिटेन ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (BBC) द्वारा 1936 में टेलीविज़न की शुरुवात की गई थी|
- भारत में टेलीविज़न की शुरुवात 15 अगस्त 1959 में उनेस्को (UNESCO) की शैक्षिक परियोजना के अंतर्गत की गई थी तथा विधिवत रूप से 15 अगस्त 1965 में की गई|
- भारत में दूरदर्शन की शुरुवात 1 अप्रैल 1976 में की गई थी|
- भारत में पहला धारावाहिक 1984 में प्रशारित हुआ जिसका नाम हम लोग था जिसको मनोहर श्याम जोशी द्वारा डायरेक्ट किया गया था|
- सिनेमा का अविष्कार 1883 में थॉमस एल्वा एडिसन द्वारा किया गया था|
- विश्व की पहली फिल्म The arrival of Train थी जो की फ्रांस में बनी थी|
- भारत की पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी जो की 1913 में बनाए गई थी जो कि बिना आवाज़ की थी और इसके निर्देशक दादा साहब फाल्के थे जिन्हें भारत सिनेमा का पिता कहा जाता है और इन्हीं के नाम पर हिंदी सिनेमा का सबसे बड़ा अवार्ड भी दिया जाता है |
- भारत की पहली बोलती फिल्म आलमआरा थी|
3. सोशल मीडिया-:
सोशल मीडिया एक ऐसा जनसंचार माध्यम बन चुका है जिस की लोकप्रियता बहुत अधिक है और इसके द्वारा बहुत ही तीव्र गति से जनसंपर्क किया जा सकता है। यह भी एक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का ही रूप है किंतु इसके कार्य करने का तरीका पूर्णतः इंटरनेट पर निर्भर करता है जोकि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भिन्न है अर्थात हम कह सकते हैं कि सोशल मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक अभिन्न अंग है।
सोशल मीडिया के कुछ विशिष्ट तथ्य:
- इंटरनेट का अविष्कार अमेरिका के रक्षा मंत्रालय द्वारा 1969 में किया गया था|
- Tim burners lee ने 1989 में www का अविष्कार किया था जिसके बाद से इंटरनेट की दुनिया में क्रांति आ गयी|
- गूगल कंपनी की स्थापना 1998 में हुई थी|
- इंटरनेट पर हिंदी पत्रकारिता वेब दुनिया के नाम से प्रारंभ हुई थी|
- भारत में एक मात्र समाचार पत्र प्रभा साक्षी है जो केवल इंटरनेट के माध्यम से ही E- paper के रूप में प्रसारित होता है|
जनसंचार का कार्य:
- समाचार तथा सूचनाओ का प्रचार प्रसार करने में|
- शिक्षा के प्रचार प्रसार में एवं शिक्षा प्राप्त करने हेतु|
- देश विदेश की राजनैतिक एवं आर्थिक मुद्दों को जानने में|
- चित परिचित लोगों से सम्बन्ध स्थापित करने में|
- मनोरंजन के लिए|
- देश की शक्ति प्रदर्शन के लिए|
- समाज को नई तकनीको से अवगत करने के लिए, इत्यादी....
- राष्ट्रीय की भावना का विकास करने के लिए|
जनसंचार की विशेषताएँ :
- जनसंचार के द्वारा सूचनाओ का प्रसारण होता है|
- जनसंचार के द्वारा एक बड़े जनसमूह में समबन्ध स्थापित होता है|
- जनसंचार के श्रोताओ अथवा दर्शकों का सुचना दाता से दायरा बहुत व्यापक/ज्यादा होता है|
- जनसंचार के द्वारा प्रसारित सूचनाओ को किसी विशेष वर्ग के लिए प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता क्योंकि इसकी प्रक्रति सार्वजानिक होती है|
- जनसंचार में सुचना दाता और सुचना प्राप्तकर्ता के बीच कोई प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं होता है|