मुझको नवल उत्थान दो माँ सरस्वती वरदान दो
मुझेको नवल उत्थान दो,
माँ सरस्वती वरदान दो।
माँ शारदे हंसासिनी,
वागीश वीणा वादिनी।
मुझको अगम स्वर ज्ञान दो
माँ सरस्वती वरदान दो।।
निष्काम मन हो कामना
मेरी सफल हो साधना ।
नवगीत नव लय ताल दो
माँ सरस्वती वरदान दो।।
मन,बुद्धि,हृदय पवित्र हो
मेरा महान चरित्र हो।
विद्या विनाय का ज्ञान दो
माँ सरस्वती वरदान दो।।
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