सीमांत लागत क्या है?
सीमांत एवं लागत का अर्थ :
सीमांत लागत को समझने से पहले हम इसमें प्रयोग किए गए दोनों शब्दों के अर्थ को समझते हैं। सीमांत लागत दो शब्दों से मिलकर बना है सीमांत + लागत।जिसमें सीमांत का अर्थ है सीमा, सीमावर्ती अथवा किनारे का (यहां पर इसका अर्थ अतिरिक्त से है) । और लागत का अर्थ है मूल्य, कीमत या व्यय इत्यादि।
सीमांत लागत किसे कहते हैं? | सीमांत लागत क्या है?
यदि हमें n वें उत्पाद की सीमांत लागत निकालनी है तो हम दिए गए n उत्पादों की कुल लागत में से n-1 वें उत्पादों की कुल लागत को घटा देते हैं| product
सूत्र:- M.C. = T.C. of nth product - T.C. of n-1 product
(MC = MARGIN COST, TC = TOTAL COST)
उदाहरण के लिए-
यदि किसी कंपनी को 20 उत्पादों का उत्पादन करने में ₹500 की लागत लगती है और 21 उत्पादों का उत्पादन करने में मात्र ₹550 की लागत लगती है तो 21 वें उत्पाद को बनाने में कितने रुपये खर्च हुए? ₹50 हुए।
एक अतिरिक्त उत्पाद का उत्पादन करने में जो व्यय हुआ वो ₹50 है इसे ही उस उत्पाद की सीमांत लागत कहते हैं
नोट : सीमांत लागत एक अतिरिक्त उत्पाद का उत्पादन करने के लिए होने वाला व्यय सीमांत लागत कहलाता है। किंतु कई बार हम औसत लागत को सीमांत लागत समझ लेते हैं किंतु यह दोनों भिन्न-भिन्न है।
औसत लागत = कुल लागत / कुल उत्पाद
एक अतिरिक्त उत्पाद का उत्पादन करने में जो व्यय हुआ वो ₹50 है इसे ही उस उत्पाद की सीमांत लागत कहते हैं
नोट : सीमांत लागत एक अतिरिक्त उत्पाद का उत्पादन करने के लिए होने वाला व्यय सीमांत लागत कहलाता है। किंतु कई बार हम औसत लागत को सीमांत लागत समझ लेते हैं किंतु यह दोनों भिन्न-भिन्न है।
औसत लागत = कुल लागत / कुल उत्पाद
उदाहरण के लिए:-
- यदि किसी कंपनी को 100 मोमबत्तियां बनाने में कुल लागत ₹1000 की है तो एक मोमबत्ती की औसत लागत ₹10 होगी।
औसत लागत = कुल लागत/ कुल उत्पाद औसत लागत = ₹1000/100 = ₹10 एक मोमबत्ती की औसत लागत ₹10 है। - यदि उसी कंपनी को 100 मोमबत्तियां बनाने में कुल लागत ₹1000 की है किंतु 101 मोमबत्ती बनाने में उस कंपनी को ₹1025 रुपये की लागत लगती है तो उस एक अतिरिक्त मोमबत्ती को बनाने में ₹25 खर्च किए तो एक मोमबत्ती की सीमांत लागत ₹25 है।