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Dil ka Shamshan | दिल का शमसान | Sad Shayari
Dil ka Shamshan | दिल का शमसान | Sad Shayari
August 11, 2019
Dil ka Shamshan | Sad Shayari in Hindi
Dil ka Shamshan:
दिल नहीं अब दिल का शमसान लिए फिरता हूँ।
हजारों राज दफ़न कर कब्रिस्तान लिए फिरता हूँ।।
Dil nahin ab dil ka shamsaan liye phirta hoon.
Hajaron raaj dafan kar kabristaan liye phirta hoon..
Read More :
दिल नहीं अब दिल का शमशान लिए फिरता हूँ|
तकलीफ होती है जब तुमसे बात नहीं होती
धड़कते पत्थर कभी दिल नहीं होते
तुसे मिलने की ख़ुशी
सिगरेट जैसा प्यार था मेरा
लिपट कर तेरी यादों के तकिये से
ये मातम कैसा है?
कश्ती को छोड़कर पतवार पकड़ लो साहब
तुमने ही मजबूरियों को सर पर चढ़ा रखा है
चोट खाए है दिल पर तो घाव भी भर जायेंगे
जो आज किये वादे वो कल पर छोड़ देते हैं
प्यार के लिए
मुझसे दूर सिर्फ तू ही नहीं
इसे कैसे भूल जाऊ
2019 दिल से अलविदा
पुरानी यादें (नज्म)
मेरी जुबान पर हिन्दोस्तां नाम आएगा
रकीबों से गिला नहीं
मुहब्बत इतनी कि मुझे नवाब कर देती है
मोम सा दिल
चॉकलेट क्या करे?
अगर तुम्हे बेजान पसंद हैं तो बन जाऊ टेडी
कभी कभी आज भी तुम्हे याद कर लेते हैं
रात अँधेरी घना अँधेरा
कभी मोहब्बत कभी बेवफ़ाई
15 लाख का वादा
वो बेवफा हुआ तो क्या हुआ?
क्या किया जाए?
मुझे सिर्फ चाय चाहिए
Delhi Violence
हम बुरे है तो लोग बुरा कहेंगे
जुदाई का जख्म
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