25 दिसंबर को प्रभु यीशु मसीह का जन्म हुआ था इसलिए सभी ईसाई इस दिन को क्रिसमस के रूप में मनाते हैं।
प्रभु यीशु के पिता का नाम जोसेफ और माता का नाम मैरी था।
क्रिसमस का त्योहार अब पूरे विश्व भर में मनाया जाता है।
इस दिन सभी लोग अपने घर की साफ सफाई करके घर को लड़ियों और हरे-भरे पेड़ पौधों से सजाते हैं।
इस दिन सभी लोग घर में क्रिसमस ट्री लगाकर उसे इलेक्ट्रॉनिक लड़ियों और छोटे-छोटे उपहारों से सजाते हैं।
इस दिन सभी लोग चर्च में जाकर प्रभु यीशु की पूजा करते हैं और उनके सामने मोमबत्तियां जलाकर प्रार्थना करते हैं और अपनी गलतियों के लिए प्रभु यीशु से क्षमा मांगते हैं।
इस दिन लोग एक दूसरे के घर जाकर उनको उपहार के साथ क्रिसमस कार्ड भी देते हैं।
इस दिन सभी घरों में क्रिसमस का संगीत बजाकर लोग नृत्य करते हैं और एक साथ मिलकर इस पर्व को खुशी पूर्वक मनाते हैं।
इस दिन सभी सरकारी एवं प्राइवेट संस्थानों की छुट्टी या अवकाश होता है।
क्रिसमस को स्कूल, कॉलेजों में 1 दिन पहले ही मनाया जाता है और सभी बच्चे सांता क्लॉज की ड्रेस पहन कर स्कूल जाते हैं और क्रिसमस डे को मनाते हैं।
यह त्योहार सभी समुदायों के लोगों को सामुदायिक भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।