विशेषण (Adjective) किसे कहते हैं?
अर्थ :
विशेषण का शाब्दिक अर्थ है विशेषता बताने वाला अर्थात यदि हम हिंदी व्याकरण की बात करें तो विशेषता बताने वाले शब्द को विशेषण कहते हैं। तथा जिन शब्दों की विशेषता बताई जाती है (अर्थात संज्ञा या सर्वनाम शब्द) विशेष्य कहलाते हैं।विशेषण शब्दों का प्रयोग दो प्रकार से किया जाता है।
- संज्ञा या सर्वनाम शब्दों से पहले जिसे हम उद्देश्य भी कहते हैं|
- संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के बाद जिसे हम विधेय कहते हैं।
जैसे -
- वह अच्छा लड़का है।
अच्छा(विशेषण शब्द), लड़का(संज्ञा शब्द है जिसे यहां विशेष्य कहा जायेगा) है। - वह लड़का अच्छा है।
लड़का (संज्ञा शब्द है जिसे यहां विशेष्य कहा जायेगा) किंतु (अच्छा शब्द यहां विधेय विशेषण कहलाएगा क्योंकि यह संज्ञा के बाद आया है।)
यह भी जानें :
विशेषण की परिभाषा -
संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए : राम अच्छा लड़का है। (अच्छा - विशेषण शब्द है)
उदाहरण के लिए : राम अच्छा लड़का है। (अच्छा - विशेषण शब्द है)
प्रविशेषण -
ऐसे शब्द जो किसी विशेषण शब्द की भी विशेषता बताते हों, प्रविशेषण कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए -
उदाहरण के लिए -
- वह बहुत सुंदर है। (यहां बहुत शब्द प्रविशेषण है)
- वह ज्यादा मीठा खाता है। (यहां ज्यादा शब्द प्रविशेषण है)
विशेषण के प्रकार :
विशेषण मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं :- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिमाणवाचक विशेषण
- सार्वनामिक (संकेतवाचक) विशेषण
1. गुणवाचक विशेषण :
ऐसे विशेषण शब्द जो किसी भी संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों के गुणों जैसे रंग- रूप, आकार, अवस्था, स्थान, स्थिति, स्वाद, गंध, इत्यादि के बारे में बताते हैं गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
जैसे-
जैसे-
- वह एक सुंदर लड़का है।
- वह बहुत कमजोर है।
- राम अमीर लड़का है।
- हम सब भारतीय हैं।
- यह रोटी ताजी है।
2. संख्यावाचक विशेषण :
ऐसे विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम शब्दों की संख्या या उनके क्रम को बताते हैं संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं। संख्या निश्चित भी हो सकती है और अनिश्चित भी।
निश्चित संख्या- 1,2,3,4,5,6,7,8,9,.... संख्याएं इत्यादि।
अनिश्चित संख्या-कुछ,बहुत सारे,कई,अनेक,इत्यादि।
जैसे -
निश्चित संख्या- 1,2,3,4,5,6,7,8,9,.... संख्याएं इत्यादि।
अनिश्चित संख्या-कुछ,बहुत सारे,कई,अनेक,इत्यादि।
जैसे -
- मेरे पास चार रोटी हैं।
- उसके पास तीन पैन हैं।
- मीना आठवीं कक्षा में पढ़ती है।
- मीटिंग में कई लोग आए थे।
- इस परीक्षा में कुछ लोग ही पास हुए।
3. परिमाणवाचक विशेषण -
ऐसे विशेषण शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्द की मात्रा अथवा नापतोल के विषय में बताते हैं परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
परिमाण के आधार पर यह दो प्रकार के होते हैं।
निश्चित परिमाणवाचक -
परिमाण के आधार पर यह दो प्रकार के होते हैं।
- निश्चित परिमाणवाचक
- अनिश्चित परिमाणवाचक
निश्चित परिमाणवाचक -
ऐसे विशेषण शब्द जिनकी नापतौल या मात्रा निश्चित हो, निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहलाता है।
जैसे -
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण -
जैसे -
- मुझे एक मीटर कपड़ा चाहिए।
- वह दो लीटर पानी पी लेता है।
- मेरा घर पाँच किलोमीटर दूर है।
अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण -
ऐसे विशेषण शब्द जिनकी नापतौल या मात्रा अनिश्चीत हो, अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं।
जैसे -
जैसे -
- वह कुछ मीटर चला।
- उसने थोड़ा पानी गिरा दिया।
4. सार्वनामिक (संकेतवाचक) विशेषण -
हम जानते हैं कि संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं किंतु यहां हम बात कर रहे हैं सार्वनामिक विशेषण जिसे संकेतवाचक विशेषण भी कहा जाता है।
ऐसे सर्वनाम शब्द जो किसी संज्ञा शब्द से पहले प्रयुक्त होते हैं और इन सर्वनाम शब्दों का संकेत दी गई संज्ञा कि ओर होता है अर्थात ऐसे सर्वनाम शब्द जो किसी संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं, सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसे -
ऐसे सर्वनाम शब्द जो किसी संज्ञा शब्द से पहले प्रयुक्त होते हैं और इन सर्वनाम शब्दों का संकेत दी गई संज्ञा कि ओर होता है अर्थात ऐसे सर्वनाम शब्द जो किसी संज्ञा से पहले प्रयुक्त होकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं, सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।
जैसे -
- वह लड़की सुंदर है।
- यह कागज की नाव है।
- यह बगीचा है।
- वह व्यक्ति खाना खा रहा है।
- मुझे यही खिलौना चाहिए।
- मुझे उसी पार्क में जाना है।
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